Auto

Tata की Nano नहीं, यह है सबसे छोटी कार; पास से निकल जाए तो पता ही न चले!

Tata की Nano नहीं, यह है सबसे छोटी कार; पास से निकल जाए तो पता ही न चले!

नई दिल्ली:
आज भले ही इलेक्ट्रिक वाहन भारतीय बाजार में तेजी से लोकप्रिय हो रहे हों, लेकिन इनकी शुरुआत आज की नहीं है। दरअसल, भारत में इलेक्ट्रिक कारों की शुरुआत आज से पूरे 24 साल पहले ही हो चुकी थी, और मजे की बात ये है कि वो कार टाटा नैनो से भी छोटी थी

बढ़ते ईंधन के दाम और प्रदूषण की वजह से आज इलेक्ट्रिक व्हीकल एक बेहतरीन विकल्प बन चुका है। ऑटो कंपनियों में अब ज़्यादा रेंज और कम समय में चार्ज होने वाली बैटरी वाली गाड़ियाँ बनाने की होड़ मची है।

लेकिन सच तो ये है कि इलेक्ट्रिक वाहन भारत में आज आए नहीं, बल्कि इसकी शुरुआत 2001 में ही हो गई थी — और उस कार का नाम था: Mahindra e2O Reva

भारत की पहली इलेक्ट्रिक कार: Mini Reva

भारत में हरित क्रांति की शुरुआत एक छोटी-सी शहरी कार से हुई जिसका नाम था Mini Reva। इसे 2001 में लॉन्च किया गया और ये भारत की पहली इलेक्ट्रिक कार थी।

बाद में इस कंपनी को महिंद्रा ने अधिग्रहित कर लिया, और Reva का तकनीक महिंद्रा की इलेक्ट्रिक गाड़ियों की नींव बन गया। इसके बाद आई अगली कार – Mahindra e2O


Mahindra e2O – छोटी मगर स्मार्ट इलेक्ट्रिक कार

e2O आकार में छोटी, देखने में स्टाइलिश और शहर की सड़कों के लिए एकदम परफेक्ट थी।
कार के बॉडी पैनल प्लास्टिक के थे और उनमें गैप्स भी आसानी से दिखते थे, लेकिन इसमें चढ़ना-उतरना काफी आसान था।

डैशबोर्ड पर एक सिंपल डिज़ाइन था जिसमें एक पूरी तरह से डिजिटल इंस्ट्रूमेंट क्लस्टर था जो गाड़ी से जुड़ी सारी जानकारियां देता था।


हाई-टेक फीचर्स (2013 में ही!)

  • इन्फोटेनमेंट सिस्टम: ऑडियो, वीडियो, सैटेलाइट नैविगेशन, कार डेटा

  • ‘Revive’ कमांड: बैटरी खत्म होने पर रिजर्व चार्ज ऑन करने की सुविधा

  • ये सब मोबाइल ऐप से भी ऑपरेट हो सकता था –

    • गाड़ी लॉक/अनलॉक

    • एसी ऑन/ऑफ

    • कार-टू-कार कम्युनिकेशन

सोचिए! ये सब फीचर्स 2013 में मिल रहे थे – आज के कई मॉडल्स में भी नहीं होते।


F और B मोड – आसान ड्राइविंग अनुभव

  • कार ऑटोमैटिक गियर की तरह ‘F’ मोड में चला सकते थे।

  • जरूरत पड़ने पर ‘B’ मोड ऑन करके पावर बूस्ट मिलता था, जिससे टॉप स्पीड 85 किमी/घंटा तक पहुंच जाती थी।

  • जैसे-जैसे स्पीड बढ़ती, बैटरी जल्दी खत्म होती जाती।

गाड़ी चलाते समय लगभग कोई आवाज नहीं होती थी, जिससे पैदल चलने वालों को अंदाजा नहीं लगता था कि कोई कार पास आ रही है।

स्टीयरिंग हल्का था, लेकिन पॉवर असिस्ट न होने के कारण छोटी कार होते हुए भी चलाना मुश्किल हो जाता था – फिर भी यह तो बस एक शुरुआत थी।


आज की आधुनिक EVs

आज इलेक्ट्रिक गाड़ियाँ काफी आगे निकल चुकी हैं।
नई लॉन्च हुई कारें जैसे:

  • Tata Harrier.ev

  • Mahindra BE.6

  • Hyundai Creta EV

  • Maruti Suzuki e-Vitara

ये सभी कारें दमदार फीचर्स के साथ आती हैं। लेकिन Reva जैसी कारों ने ही भारत में इस बदलाव की नींव रखी थी – और इसलिए, भले ही वो अब सड़कों पर कम दिखे, लेकिन Reva हमेशा याद रखी जाएगी

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button